...

12 views

... यादों को लिखूं कैसे ?
अनगिनत शब्द मौजूद यहां
पर लिखना मुमकिन न हुआ
लिखने चली हूं यादों को
पर समझ ना आया कि.. लिखूं कैसे

दिल के वो जज़बात.. लिखूं कैसे
रोई सारी रात.. लिखूं कैसे
यादें थी तुम्हारी वो
उन्हें शब्दों में बयां... करूं कैसे

बात छोटी सी थी, कह गए तुम
पर टूटा दिल मेरा ..उसे लिखूं कैसे
यादें तेरी आंसू बन बरसी है
यह बात तुझसे..मैं कहूं कैसे

अपना कह कर, छोड़ा तुमने
उस दर्द ए सितम को ...लिखूं कैसे
तेरी बेवफाई तो सह चुकी
पर तेरी यादों को ..सहूं कैसे

शब्द नहीं है कहने को
अब तू ही बता कि... मैं उन्हें लिखूं कैसे..?
© ...