अधूरी रह गई ये कहानी
तुम तो भुला बैठे हमें
और हम अपनी कलम की स्याही बना बैठे तुम्हें
तुमने पलट कर कभी देखा नहीं
हमने तुम्हारे बीन आगे बढ़ने का सोचा नहीं
तुमने हमारे रिश्ते को नाम दिया नहीं
हमने बदनमा होने दिया नहीं
तुमने अपने पास कभी बुलाया नहीं
हमने तुम्हे खुद से दूर किया...
और हम अपनी कलम की स्याही बना बैठे तुम्हें
तुमने पलट कर कभी देखा नहीं
हमने तुम्हारे बीन आगे बढ़ने का सोचा नहीं
तुमने हमारे रिश्ते को नाम दिया नहीं
हमने बदनमा होने दिया नहीं
तुमने अपने पास कभी बुलाया नहीं
हमने तुम्हे खुद से दूर किया...