![...](https://api.writco.in/assets/images/category/big/love.webp)
11 views
बचपन
बचपन से गरीबी का दीदार देखा है
रोता हुआ मैने अपना परिवार देखा है
कैसे करूँ भरोसा किसी इंसान पर
मैनो तो चन्दा लेकर wish पूरी करने वाला
मतलबी भगवान देखा है
बता कैसे करूँ अययाशी, कैसे छोड़ दूं घर बार अपना
मेरा साथ देने वाले मेरे दोस्तों का छोटा सा संसार अपना
सीलकर इन लबों को, कैसे छोड़ दूं
बोलने का अधिकार अपना
खड़ा हुआ हूँ अपने पैरों पर चलना अभी बाकी है
जिंदगी में सूरज का उगना ओर
रातों का ढलना अभी बाकी है
पा लेंगे वो मुकाम भी एक दिन
जीना सीखने के लिए मरणा अभी बाकी है
✍✍lovely mehmera
रोता हुआ मैने अपना परिवार देखा है
कैसे करूँ भरोसा किसी इंसान पर
मैनो तो चन्दा लेकर wish पूरी करने वाला
मतलबी भगवान देखा है
बता कैसे करूँ अययाशी, कैसे छोड़ दूं घर बार अपना
मेरा साथ देने वाले मेरे दोस्तों का छोटा सा संसार अपना
सीलकर इन लबों को, कैसे छोड़ दूं
बोलने का अधिकार अपना
खड़ा हुआ हूँ अपने पैरों पर चलना अभी बाकी है
जिंदगी में सूरज का उगना ओर
रातों का ढलना अभी बाकी है
पा लेंगे वो मुकाम भी एक दिन
जीना सीखने के लिए मरणा अभी बाकी है
✍✍lovely mehmera
Related Stories
10 Likes
1
Comments
10 Likes
1
Comments