...

34 views

मुश्किल राहें
राहें मुश्किल नज़र आने लगी है
ज़िन्दगी मे गम छाने लगा है
खुशियाँ चंद लम्हो कि थी
आयी और चली गयी
पर तस्सल्ली है कि कुछ पल ही सही
मुस्कान हमारे होठों पर भी ठहरी थी
वो लम्हें ही ज़िन्दगी जीने कि वजह बनेंगे
अब काश के सहारे ही हर दिन गुज़रेंगे...

जिन लोगों को अपना समझा
उन्होंने हमें बस इक खिलौना समझा
कहानी अपनी लिखने चले थे
अफसाना बन के रह गये
दूसरों से क्या होंगे बेगाने
हम अपनी ही नज़रो मे गैरों से हो गये
घाव लगा पर ज़ख्म ना दिखा
फिर भी निशान जाने कैसे रह गये
ये अनजाने से मिले जख्म ही हमारा सबक बनेंगे
अब हम दर्द से ही सारे घाव भरेंगे...

राहें मुश्किल नज़र आने लगी है
अंधेरों का पहरा बढ़ने लगा है
ना साथ है कोई ना पास है कोई
तन्हा सी राहें सफर मे काटें
कैसे गुज़रेगी ये काली राते
ये मंज़र हमें तोड़ रहे है
पर टूट के बिखरना भी कमाल होता है
और फिर सम्भल पाना बेमिसाल होता है
ये मिसाल भी हम ही बनाएंगे
और यही हमारी मंज़िल है
ये हम खुद को बतलायेंगे
हम अपनी ज़िन्दगी मे फिर मुस्कुरायेंगे 😊😊

_कल्पना@कल्पू _