लफ्ज़ों से खेलना
लफ्ज़ों से खेलना हमे कभी ठीक से आया ही नहीं,
हार ही जाते हैं हर बार जिक्र तुम्हारा कर पाते नहीं,
बात कहनी थी मगर लबों से हम कभी कह पाए नहीं,
कहते रहे बार बार मगर निगाहे तुम पढ़ पाए नहीं,
© Hems
हार ही जाते हैं हर बार जिक्र तुम्हारा कर पाते नहीं,
बात कहनी थी मगर लबों से हम कभी कह पाए नहीं,
कहते रहे बार बार मगर निगाहे तुम पढ़ पाए नहीं,
© Hems