मैं तुम्हारा इंतेजार करूँगी 🕉❤
मैं जानती हूँ मुझमें कई कमियाँ हैं,
और तुम में खूबियाँ हजार हैं,
लेकिन भाव कहीं न कहीं समान हैं,
तभी एकदूजे से हमें प्यार हैं ❤
माना अभी मुझसे बहुत खफा हो तुम,
लेकिन मैं खुशी से तुम्हारा हर रूप स्वीकार करूँगी,
मैं तुम्हारा इंतेजार करूँगी.....
किताब के दोनों तरफ के...
और तुम में खूबियाँ हजार हैं,
लेकिन भाव कहीं न कहीं समान हैं,
तभी एकदूजे से हमें प्यार हैं ❤
माना अभी मुझसे बहुत खफा हो तुम,
लेकिन मैं खुशी से तुम्हारा हर रूप स्वीकार करूँगी,
मैं तुम्हारा इंतेजार करूँगी.....
किताब के दोनों तरफ के...