अनजाने मतवाले
होंसलों के संदूक को साथ में लिए,
उम्मीदों की गठरियों को हाथ में लिए,
निकल पड़े है, हम तो हंसते मुस्कुराते,
अजनबी रास्ते में हम अनजाने मतवाले।
इन पलकों मे ख़्वाबों को हमने भरा है,...
उम्मीदों की गठरियों को हाथ में लिए,
निकल पड़े है, हम तो हंसते मुस्कुराते,
अजनबी रास्ते में हम अनजाने मतवाले।
इन पलकों मे ख़्वाबों को हमने भरा है,...