बचपन की दोस्ती
तू खास है मेरे लिए,
तुझे मैं यह बात कैसे बतलाऊं ,
वह छोटी-छोटी बातों में हंसना और फिर छोटी-छोटी बातों में रोना सब याद है मुझे,
लेकिन वक़्त के साथ वह सब बहुत पीछे छूट गया मगर तू...
तुझे मैं यह बात कैसे बतलाऊं ,
वह छोटी-छोटी बातों में हंसना और फिर छोटी-छोटी बातों में रोना सब याद है मुझे,
लेकिन वक़्त के साथ वह सब बहुत पीछे छूट गया मगर तू...