ऊंचा तेरा भवन है ।
मंज़िल जरूर मिलेगी, चलना तो तू शुरू कर
ऊंचा तेरा बसेरा, चढ़ना तो तू शुरू कर ।
वो चाहतों के किस्से, ग्रंथों में भी है मिलते,
फुटें करम हो जिसके, बाग उनके नहीं है खिलते ।
©®@Devideep3612
ये 'मील' के है पत्थर,...
ऊंचा तेरा बसेरा, चढ़ना तो तू शुरू कर ।
वो चाहतों के किस्से, ग्रंथों में भी है मिलते,
फुटें करम हो जिसके, बाग उनके नहीं है खिलते ।
©®@Devideep3612
ये 'मील' के है पत्थर,...