कीमत
कभी सिर पर बिठा लेते हो,
कभी मोज़री पर सजा लेते हों,
ये कैसा इश्क़ है तुम्हारा....
कभी खुदा कहते हो, कभी फ़कीर बना देते हो!!
© ankitkumar
कभी मोज़री पर सजा लेते हों,
ये कैसा इश्क़ है तुम्हारा....
कभी खुदा कहते हो, कभी फ़कीर बना देते हो!!
© ankitkumar
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