बाज़ार
घरों से निकल कर, शहरो मैं आकर
शोहरते तलाश करते है, ज़रा वक्त लगाकर।
किसी से पूछ कर, किसी को बताकर
जी हज़ूरी करते है सर झुका कर।
हौसला भी रखना, उम्मीद भी रखना
यकीन भी दिलाना, ईमान भी बचाना।
लगे जो...
शोहरते तलाश करते है, ज़रा वक्त लगाकर।
किसी से पूछ कर, किसी को बताकर
जी हज़ूरी करते है सर झुका कर।
हौसला भी रखना, उम्मीद भी रखना
यकीन भी दिलाना, ईमान भी बचाना।
लगे जो...