हर कोई
कोई तन दुखी,कोई मन दुखी
कोई होत परिवार होए निराश
कोई बिन परिवार है उदास
कोई है मुकदमे में फसा
किसी के सिर मढ़ा है झूठा...
कोई होत परिवार होए निराश
कोई बिन परिवार है उदास
कोई है मुकदमे में फसा
किसी के सिर मढ़ा है झूठा...