मर क्यूं नहीं जाते ...
तुम पहले की तरह अब भी नज़र क्यूं नहीं आते
जब आते हो इधर ,तो मेरे घर क्यूं नहीं आते ...
फितूर तुम्हारे सर...
जब आते हो इधर ,तो मेरे घर क्यूं नहीं आते ...
फितूर तुम्हारे सर...