अनकहा इश्क
अनकहा सा इश्क मेरा,
मैं भी अधूरा होने लगा हूं।
पहले भी खोया खोया रहता था,
अब खुद से ही दूर रहने लगा हूं।।
खुद से नफरत नहीं है मुझे,
बस अधूरी ख्वाहिशें खोने लगा हूं।
अब तो दोस्तों के साथ होकर भी,
खुद में अकेला होने लगा हूं।।
जाने...
मैं भी अधूरा होने लगा हूं।
पहले भी खोया खोया रहता था,
अब खुद से ही दूर रहने लगा हूं।।
खुद से नफरत नहीं है मुझे,
बस अधूरी ख्वाहिशें खोने लगा हूं।
अब तो दोस्तों के साथ होकर भी,
खुद में अकेला होने लगा हूं।।
जाने...