...

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हे माँ
इस माँ को आज भी तेरी जरूरत है हे माँ
बेटी से माँ बन गई मैं बेटी हूं आज भी तेरी माँ
संभल कर चलती हूँ बार बार गिर जाती है माँ
सहनशीलता तुझ जैसा बनना चाहती हूँ माँ
जरा-जरा सी बातों से कमजोर पड़ जाती है
जो दर्द प्रसव के दौरान महसूस होती है माँ को
उससे भी अधिक असहनीय पीड़ा हर माँ को
तिल तिल झेलना पड़ता है मातृत्व में हमेशा
माँ बनने के बाद मैंने भी जाना मैंने भी समझा
अवज्ञाकारी बच्चे माँ को देते है असहनीय पीड़ा
बेटीपन में जितने दुख दिए थे मैंने तुम्हें माँ
क्षमाशील दयालु माँ तुम मुझे करना क्षमा
निभाने के लिए एक अच्छी माँ की भूमिका
तेरी मार्गदर्शन की जरूरत है मुझे माँ
इस माँ को आज भी तेरी जरूरत है माँ।
© biji