7 views
हे माँ
इस माँ को आज भी तेरी जरूरत है हे माँ
बेटी से माँ बन गई मैं बेटी हूं आज भी तेरी माँ
संभल कर चलती हूँ बार बार गिर जाती है माँ
सहनशीलता तुझ जैसा बनना चाहती हूँ माँ
जरा-जरा सी बातों से कमजोर पड़ जाती है
जो दर्द प्रसव के दौरान महसूस होती है माँ को
उससे भी अधिक असहनीय पीड़ा हर माँ को
तिल तिल झेलना पड़ता है मातृत्व में हमेशा
माँ बनने के बाद मैंने भी जाना मैंने भी समझा
अवज्ञाकारी बच्चे माँ को देते है असहनीय पीड़ा
बेटीपन में जितने दुख दिए थे मैंने तुम्हें माँ
क्षमाशील दयालु माँ तुम मुझे करना क्षमा
निभाने के लिए एक अच्छी माँ की भूमिका
तेरी मार्गदर्शन की जरूरत है मुझे माँ
इस माँ को आज भी तेरी जरूरत है माँ।
© biji
बेटी से माँ बन गई मैं बेटी हूं आज भी तेरी माँ
संभल कर चलती हूँ बार बार गिर जाती है माँ
सहनशीलता तुझ जैसा बनना चाहती हूँ माँ
जरा-जरा सी बातों से कमजोर पड़ जाती है
जो दर्द प्रसव के दौरान महसूस होती है माँ को
उससे भी अधिक असहनीय पीड़ा हर माँ को
तिल तिल झेलना पड़ता है मातृत्व में हमेशा
माँ बनने के बाद मैंने भी जाना मैंने भी समझा
अवज्ञाकारी बच्चे माँ को देते है असहनीय पीड़ा
बेटीपन में जितने दुख दिए थे मैंने तुम्हें माँ
क्षमाशील दयालु माँ तुम मुझे करना क्षमा
निभाने के लिए एक अच्छी माँ की भूमिका
तेरी मार्गदर्शन की जरूरत है मुझे माँ
इस माँ को आज भी तेरी जरूरत है माँ।
© biji
Related Stories
10 Likes
5
Comments
10 Likes
5
Comments