ये कैसा प्यार ???
मौन हूँ , गंभीर हूँ मैं
व्यथित हूँ , अधीर हूँ मैं
मन हीं मन में कुछ सोच रहा
कुछ प्रश्नों के उत्तर खोज रहा
क्या यहीं प्रेम की परिभाषा है ??
जहाँ आत्मसंतुष्टि की अभिलाषा है ??
क्या विश्वास प्रेम का आधार...
व्यथित हूँ , अधीर हूँ मैं
मन हीं मन में कुछ सोच रहा
कुछ प्रश्नों के उत्तर खोज रहा
क्या यहीं प्रेम की परिभाषा है ??
जहाँ आत्मसंतुष्टि की अभिलाषा है ??
क्या विश्वास प्रेम का आधार...