माँ अम्बे
माँ अम्बे की विजय का डंका,
तीनों लोकन में बाजे |
अधर्मीयों के संहार हेतु,
हस्त वृहद कटार विराजे |
माँ दया करुणा की सागर,
दुःखियों के दुःख दूर करे |
भातजनों...
तीनों लोकन में बाजे |
अधर्मीयों के संहार हेतु,
हस्त वृहद कटार विराजे |
माँ दया करुणा की सागर,
दुःखियों के दुःख दूर करे |
भातजनों...