चलो एक कहानी सुनाए
चलो एक कहानी सुनाए
कुछ अपनी बताए
कुछ तुम्हारी भी हो जाए
इस अस्त व्यस्त से दिन में
दो पल खुद के लिए चुराए
जहां बस बात कर सके
अपने मन कि अपनी चाह की
जिसमे न कोई परवाह शामिल हो
न शामिल हो कोई उलझन
बस दो पल के लिए ही सही
मगर जी सके इस संसार में
दूसरों...