भीड़
चारो तरफ भीड़ बिखरे हुए,
कोई शांत बैठा उसको देख रहा,
खुद को भीड़ में मौजूद पाकर,
फिर भी खुद को अकेला महसूस किया,
कितने कदमों की आवाजें...
कोई शांत बैठा उसको देख रहा,
खुद को भीड़ में मौजूद पाकर,
फिर भी खुद को अकेला महसूस किया,
कितने कदमों की आवाजें...