मेरी ज़मीन |
तुमे छुवो तो,
मेरी रोम रोम मे
तुम्हारी भावना
बस जाती है ।
तेरी मेहक से
बिन मुस्कुराये
कोई रह
सकता नही ।
क्या तुम मेरी जीवन की
हर बात अपने अन्दर सम्भाल रका है?
तुझे...
मेरी रोम रोम मे
तुम्हारी भावना
बस जाती है ।
तेरी मेहक से
बिन मुस्कुराये
कोई रह
सकता नही ।
क्या तुम मेरी जीवन की
हर बात अपने अन्दर सम्भाल रका है?
तुझे...