एक पल ठहर जाते
इत्मीनान से पास बैठते , तुम कुछ वक्त मेरे साथ बिताते।
तुम एक पल ठहर जाते , मेरी बातों को तो सुन कर जाते।
तुम क्यों सताते हो , हमेशा ही मुझको बेगानों की ही तरह।
तुम क्यों नहीं चाहते हो , मुझे भी कभी दीवानों की तरह।
तुम बन जाओ ना , खुशी मेरी मुझे हँसना है...
तुम एक पल ठहर जाते , मेरी बातों को तो सुन कर जाते।
तुम क्यों सताते हो , हमेशा ही मुझको बेगानों की ही तरह।
तुम क्यों नहीं चाहते हो , मुझे भी कभी दीवानों की तरह।
तुम बन जाओ ना , खुशी मेरी मुझे हँसना है...