मां
एक बार जो प्यार से मेरी माँ देखे,
अपनी ममता के आंचल में लेके।
जहां के सारे दर्द से रिहा हो जाऊ मैं,
माँ की ममता का मोल कैसे चुकाऊं मैं।
घनी छाव देती है मां,
जब दुख की...
अपनी ममता के आंचल में लेके।
जहां के सारे दर्द से रिहा हो जाऊ मैं,
माँ की ममता का मोल कैसे चुकाऊं मैं।
घनी छाव देती है मां,
जब दुख की...