बावरी पिया की
पहले गैर , फिर मोहब्बत ,फिर मेरा वो खुदा हो गया
वो अब मेरे लिए सास लेने जैसा जरूरी हो गया
कब तलक अपने जज्बातों को तुमसे छुपाते रहेंगे
कब तलक हम तुमसे और खुद से नज़रे चुराते रहेंगे
रास्ता भी तुम हो और मेरे इश्क की मंजिल भी...
वो अब मेरे लिए सास लेने जैसा जरूरी हो गया
कब तलक अपने जज्बातों को तुमसे छुपाते रहेंगे
कब तलक हम तुमसे और खुद से नज़रे चुराते रहेंगे
रास्ता भी तुम हो और मेरे इश्क की मंजिल भी...