...

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आबाद है वो 🍂🍂🍂
वो भूल गया पर मुझे आज भी याद है वो
मन्नत के धागे पर मिलने की फरियाद है वो

जो आज भी मेरे लब पर आ रह जाती है
मेरे वीरान से दिल की तल्खी सी बात है वो

मत पूछिए हम से ,बता नही पाएंगे
मेरे दिल पर लगा इश्क वाला दाग है वो

दिल जनता है वो अब मेरा नहीं रहा
अब होगी ना जिसकी सुबह, मेरी रात है वो

इतनी तसल्ली काफ़ी है मेरे जीने के लिए
मुझसे फ़िराक सही ,पर कहीं तो आबाद है वो

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© char0302