9 views
आबाद है वो 🍂🍂🍂
वो भूल गया पर मुझे आज भी याद है वो
मन्नत के धागे पर मिलने की फरियाद है वो
जो आज भी मेरे लब पर आ रह जाती है
मेरे वीरान से दिल की तल्खी सी बात है वो
मत पूछिए हम से ,बता नही पाएंगे
मेरे दिल पर लगा इश्क वाला दाग है वो
दिल जनता है वो अब मेरा नहीं रहा
अब होगी ना जिसकी सुबह, मेरी रात है वो
इतनी तसल्ली काफ़ी है मेरे जीने के लिए
मुझसे फ़िराक सही ,पर कहीं तो आबाद है वो
🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂
© char0302
मन्नत के धागे पर मिलने की फरियाद है वो
जो आज भी मेरे लब पर आ रह जाती है
मेरे वीरान से दिल की तल्खी सी बात है वो
मत पूछिए हम से ,बता नही पाएंगे
मेरे दिल पर लगा इश्क वाला दाग है वो
दिल जनता है वो अब मेरा नहीं रहा
अब होगी ना जिसकी सुबह, मेरी रात है वो
इतनी तसल्ली काफ़ी है मेरे जीने के लिए
मुझसे फ़िराक सही ,पर कहीं तो आबाद है वो
🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂
© char0302
Related Stories
14 Likes
6
Comments
14 Likes
6
Comments