मुसाफिरनामा - 2 ( जारी है )
गहरी बाते बोल रहा हूं , राज में अपने खोल रहा हूं
फुरसत में हूं आज जरा , दबी हुई नब्ज टटोल रहा हूं
बात जो अब तक ढकी रही
उसपर भी हंगामा हो जाये !
आखरी सफर पर निकल पड़ा हूं
मुसाफिरनामा हो जाये !!
© शायर मिजाज
फुरसत में हूं आज जरा , दबी हुई नब्ज टटोल रहा हूं
बात जो अब तक ढकी रही
उसपर भी हंगामा हो जाये !
आखरी सफर पर निकल पड़ा हूं
मुसाफिरनामा हो जाये !!
© शायर मिजाज