...

12 views

बेनाम रिश्ते
बात इतनी सी है
वो हमसे खफा है और हम उनसे खफा है
बात होही कैसे नज़रो में न आने का वादा
जो ले रखा है
दिन की सुरुवात तो तुम्हारी बातो से ही हो जाती है
बातो बातो में तुम्हारी बाते हो जाती है
लोग पूछते है हमें हुवा क्या है
बदले बदले से लगने लगे आप है
बताये क्या उन्हें जिनके नाम से छेड़ जाते थे हमे वो इनदिनों हमसे खफा है
मनाये तो मनाये कैसे रूठने की वजह भी तो बेवजह है
समझाए तो भला कैसे
अपना दर्द बताये भी तो कैसे
हम दोनो उस आसमान और धरती की तरह है जो देख तो सकते है एक दूसरे को पर
छू नहीं सकते
समझते एक दूसरे का दर्द इस तरह
जैसे जुड़े हुवे एक जान है
नामुनकिन सा है तेरा मेरा रिस्ता ये बतलाता सारा जहा है
कायर नहीं मैं जो दुनिया के लिए अपनी धड़कन अलग कर दू
बस इस धड़कती दिल को रोकने की वज़ह
बनना मंजूर नहीं
तेरे अपने है तुझपे बेइंतेहा जान छिड़कने वाले
उनके जान को भला कैसे मैं अपनी जान बना लू
मैं चला जाऊ वो मुमकिन सा है पर तेरे अपने तेरे लिए तरस जाय ये मुमकिन नहीं
उनकी आँखों में मैंने देखा है एक बाप को हाथ जोड़ते देखा है
दूर न हो जाये तू इस बात का दर्द देखा है
मैं तुझे दूर से ही निहार कर अपनी ज़िन्दग़ी जी जाऊंगा
बस तू अपने से जुडी जिंदगी को जिंदगी देती

priyanka sahu@