aakhiri khwahish...
आपकी खुशी मेरी आखिरी ख्वाहिश,
पल पल करूँ रब से यही गुजारिश।
जहां जहां भी पड़े पावन पाँव आपके,
आसमा से हो फूलों की बारिश,
आप जो आंख खोले तो हो उजाला,
आप जो पलक झपके तो हो शाम।
आपकी मुस्कान से दिन ये खिले,
आपही से रोशन मेरे चारो धाम।
आपकी खुसबू से महके ये चमन सारा,
आपकी गुफ्तगू से गूंजे ये गगन सारा।
कन कन प्रकृति का करे दर्शन की सिफारिश,
आपकी खुशी मेरी आखिरी ख्वाहिश।
© jindagi
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