...

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धड़कनो के इशारें
धड़कनो के इशारें जो समझ जाती तो अच्छा था।
हमारा प्यार तेरे वास्ते बिल्कुल ही सच्चा था।

शराफत थी थोड़ी दिल मे थोड़ी मासूमियत भी थी,
मुझे तुझसे शिकायत थी तो दिल मे चाहत भी थी।

मगर जज्बात को मेरे समझ पाई नहीं तुम क्यों।
मै तेरे पास आया था गले मुझको लगाई नहीं तुम क्यों।

न मैं दुश्मन था तेरा और ना थी दुश्मनी तुझसे।
यही गलती थी मेरी कर गया था आशिकी तुझसे।

न मतलब था मेरे दिल मे ये दिल मेरा तो बच्चा था।
हमारा प्यार तेरे वास्ते बिल्कुल ही सच्चा था।
© Ank's