मेला ❤️🤗😁
कल हमारे नगर पंचायत खागा का मेला था जहां पर लाखों की भीड़ आती है इसलिए नगर पंचायत द्वारा भैया और हमारी भीड़ नियंत्रक के रूप में ड्यूटी लगाई गई थी,बेहद खूबसूरत दृश्य था मेला का,खूबसूरत मोहतरमाओं से मेला सजा था लेकिन मुझे तो यारा की याद आ रही थी।🤩🤗🥰
लेकिन कल एक कन्या ने इस ब्रह्मचारी मन को डिगा दिया,उस पल को अपने भाषा और हिंदी पढ़ने वालों के लिए हिंदी में दर्शाया है मैने आशा करता हूं सबको पसंद आएगा।😁
पहनी झलकऊवा,ऊ लहंगा लखनउवा,
दबाइल रहे, भेड़िया के रेलवा में,
खात रहे गुप चुप, देखत रहे छुप छुप,
एगो लईकी भेटाईल रहे मेलवा में,
अंखियां तो ओकर फरेबी रहे,
हांथवा में लेले जलेबी रहे,
अउर कइके इशारा ऊ पूंछ लेलस हमसे,
खइबा का छनाइल बा तेलवा में,
खात रहे गुप चुप, देखत रहे छुप छुप,
एगो लइकी भेटाईल रहे मेलवा में,
पूंछली नमवा हमार,अपन...
लेकिन कल एक कन्या ने इस ब्रह्मचारी मन को डिगा दिया,उस पल को अपने भाषा और हिंदी पढ़ने वालों के लिए हिंदी में दर्शाया है मैने आशा करता हूं सबको पसंद आएगा।😁
पहनी झलकऊवा,ऊ लहंगा लखनउवा,
दबाइल रहे, भेड़िया के रेलवा में,
खात रहे गुप चुप, देखत रहे छुप छुप,
एगो लईकी भेटाईल रहे मेलवा में,
अंखियां तो ओकर फरेबी रहे,
हांथवा में लेले जलेबी रहे,
अउर कइके इशारा ऊ पूंछ लेलस हमसे,
खइबा का छनाइल बा तेलवा में,
खात रहे गुप चुप, देखत रहे छुप छुप,
एगो लइकी भेटाईल रहे मेलवा में,
पूंछली नमवा हमार,अपन...