hewaniyat
अंधेरी सी रात थी
सड़क के किनारे में खड़ी थी
Office से लौट रही थी
बरसात आ रही थी
बदन पे मेरे सारी थी
थंडी...
सड़क के किनारे में खड़ी थी
Office से लौट रही थी
बरसात आ रही थी
बदन पे मेरे सारी थी
थंडी...