संवारने
हम भी चले थे उनके बिना ज़िंदगी
संवारने पर कमबख्त ने
नज़रें क्या मिलाई सारा सजना रह गया
अब तो बस यही ख्वाहिश है
दिल -दिमाग में की काश मिल
जाए दुबारा उन्हीं...
संवारने पर कमबख्त ने
नज़रें क्या मिलाई सारा सजना रह गया
अब तो बस यही ख्वाहिश है
दिल -दिमाग में की काश मिल
जाए दुबारा उन्हीं...