...

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धोसले में रहने वाली पंछी
धोसले में रहने वाली पंछी
कब तक आवाद रहेगी
आज उड़ गई तो क्या
कल की मुलाकात में रहेगी
साहील मंजिल मिलेगा
यह बात याद रखोगी
मैं आई तू चली गई
इस पल का फरियाद रहेगी
धोसले में रहने वाली पंछी,,,,,,,

पुकार रहा है मेरी छत
गगन नजारे साथ रहेगी
उड़ती हुई धुंध
जमी के पास रहेगी
कितने समय बित गए
मुकद्दर कबतक मुझसे जुदा मेरी हनी प्रित रहेगी
मैं आई तू चली गई
सुहाने पल का फरियाद रहेगी
धोसले में रहने वाली पंछी,,,,,,,

जाते-जाते कहता जा
दिल पर मेरी आघात रहेगी
इधर-उधर की लुका छुपी में नहीं
आमने-सामने की नजर घात रहेगी
घोर विरोध कर तुम मेरी
पर दिल पर तेरी हर बात रहेंगी
मेरी हक की जमीं
तुम्हें तेरी बुनियाद याद रहेगी
मैं आई तू चली गई
सुहाने पल का फरियाद रहेगी
धोसले में रहने वाली पंछी,,,,,,,

तू चलते-चलते चले जा
पर हर पल तेरी साथ रहेगी
उच निच छोटा बड़ा समय सुहानी बातें
तेरी कंठों में बांस करेगी
तु भले ही मुझे नाकार दें ...