#सफ़लता
सफलता यूं ही नहीं मिलती,
रूह यूं ही नहीं खिलती!
निभाना पड़ता है, कर्म दिन रात,
तरक्की यूं ही नहीं मिलती!
बूंद बूंद मिटता रहता है तेल,...
रूह यूं ही नहीं खिलती!
निभाना पड़ता है, कर्म दिन रात,
तरक्की यूं ही नहीं मिलती!
बूंद बूंद मिटता रहता है तेल,...