एक नज़्म
आज विश्व धरोहर दिवस है, अपनी वैश्विक सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को बचाने और संरक्षित रखने का संकल्प लेने का दिन।
इस अवसर के लिये कुछ पंक्तियाँ ~
'क़दीम आसार '
ये जो टूटे दर ओ दीवार दिखें
ईंट और संग के मीनार दिखें
चाहे मंदिर हों कि मस्जिद
या महल के खंडहर
या हजारों बरस
पुरानी बस्तियों के निशां
ज़िन्दगी इनमें...
इस अवसर के लिये कुछ पंक्तियाँ ~
'क़दीम आसार '
ये जो टूटे दर ओ दीवार दिखें
ईंट और संग के मीनार दिखें
चाहे मंदिर हों कि मस्जिद
या महल के खंडहर
या हजारों बरस
पुरानी बस्तियों के निशां
ज़िन्दगी इनमें...