लगने लगी है अब अकेलापन सा ...!
ऐसा लग रहा है जैसे सब छूट सा रहा है ना जानें
क्यों ये मन टूट सा रहा है...
हूं मैं वहीं खड़ा जहां मैं पहले भी था पर तब ऐसा नहीं
लगता था...
क्यों ये मन टूट सा रहा है...
हूं मैं वहीं खड़ा जहां मैं पहले भी था पर तब ऐसा नहीं
लगता था...