शायर
शायर
(1)
कविता लिखो गजल लिखो शेर ओ शायरी कहो,
उगते आदित्य से ढलते चांद तक मुस्कुराते रहो ।
(2)
जिंदगी के हर सुख मयस्सर नहीं होते,
गमों में जीने वाले हर शख्स शायर नहीं होते ।
© Prakash
(1)
कविता लिखो गजल लिखो शेर ओ शायरी कहो,
उगते आदित्य से ढलते चांद तक मुस्कुराते रहो ।
(2)
जिंदगी के हर सुख मयस्सर नहीं होते,
गमों में जीने वाले हर शख्स शायर नहीं होते ।
© Prakash
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