🌿"नव सृजन"🌿
खिली-खिली धूप सुहावना मौसम है,
खिला-खिला प्रकृति का हर कण है।
बदली हुई सी धरती की हर शय है,
बदली-बदली सी लग रही ऋतु है।
चल रही सांए सांए जो यह हवा,...
खिला-खिला प्रकृति का हर कण है।
बदली हुई सी धरती की हर शय है,
बदली-बदली सी लग रही ऋतु है।
चल रही सांए सांए जो यह हवा,...