हम दोनों ना जाने
हम दोनों ना जाने,
कबसे अपना अपना काम बखूबी निभा रहे हैं,,
मेरा काम उनसे अपने प्यार का इजहार करना है,,,
उनका काम हर बार मेरे इजहार को इनकार करना है।।
मेरा काम हर बार उनको देखकर,
मुस्कुरा देना है,,
उनका काम हर बार मुझे मुस्कुराते देखकर,,,
अपनी डरावनी आंखों से मुझे डरा देना है।।
इस बार परिस्थिति कुछ अलग होगी,
वो चाहें मेरे साथ जो करें,,
इस बार मुझे हर हाल में,,,
उनसे हां करवा लेना है।।
कबसे अपना अपना काम बखूबी निभा रहे हैं,,
मेरा काम उनसे अपने प्यार का इजहार करना है,,,
उनका काम हर बार मेरे इजहार को इनकार करना है।।
मेरा काम हर बार उनको देखकर,
मुस्कुरा देना है,,
उनका काम हर बार मुझे मुस्कुराते देखकर,,,
अपनी डरावनी आंखों से मुझे डरा देना है।।
इस बार परिस्थिति कुछ अलग होगी,
वो चाहें मेरे साथ जो करें,,
इस बार मुझे हर हाल में,,,
उनसे हां करवा लेना है।।