...

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इज़हार-ए-मोहब्बत❤️
इक गुलाब और ज़िन्दगी बदल गयी
रंगीन समा फिज़ाओ मे खुशबू घुल गयी

इज़हार मोहब्बत का उनका सबसे निराला था
उन्होंने ना जाने कौन सा प्यार का रंग डाला था
मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी थी
आँखों मे हया की लाली चढ़ गयी थी
जब हाथ मेरा उन्होंने थामा था 🤗🤗

खुद को ही भुला बैठी थी मै,
उनमे ही खुद को समा बैठी थी मै.....
नहीं मुख़ातिब हुई थी मै कभी खुद के उस रूप से जिसे उन्होंने रूबरू कराया था
और भरी महफ़िल मे मुझे अपनी जान बताया था 😘😘

इक पल मे दिल को हार गयी थी मै
उन पर अपनी जान वार गयी थी मै
लफ्ज़ो मे बयां कर पाती मेरे पास वो अल्फाज़ ना थे
पर मेरी मोहब्बत कुछ यूँ खास हुई थी
मेरी ख़ामोशी की जुबा बिन बोले
उन्होंने सुनी थी.....
इसलिए उस रोज बिन कुछ कहे मैंने अपनी मोहब्बत का ऐलान किया था
ताउम्र ज़िन्दगी उनके नाम किया था❤️❤️

kalpana@kalpu