दर्द-ए-दिल का हाल
सम्हाल कर चलना सीख लिया है,
अब दुनिया वालों से दिल नहीं लगाता हूँ,
बात कहने की होती है, तभी बोलता हूँ,
ना बोल कर सुकून से चुप हो जाता हूँ, ...
अब दुनिया वालों से दिल नहीं लगाता हूँ,
बात कहने की होती है, तभी बोलता हूँ,
ना बोल कर सुकून से चुप हो जाता हूँ, ...