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पहचान
#पहचान

बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले,
तू चंचल एक प्रतिष्ठित आवाज होगा;

कठिन पथ पर अग्रसर शिखर होगा,
कहीं पर दोस्त तो कहीं पर शत्रु होगा;
जीवन संग्राम को लड़ना है तुझे ही,
कभी हार तो कभी जीत का माला होगा;

दिन भर की थकान का एक शाम होगा,
कभी कोई सहारा तो कभी अकेलापन होगा;
अंधकार जगत को रौशनी की ज़रूरत है,
दुनिया की चाहत कभी तेरा आवाज़ होगा;

अश्रु जल में डूबा तेरा शहर होगा,
कभी ख़ुशी तो कभी ग़म का माहौल होगा;
कभी भी किसी के अहंकार से न डरें,
एक न एक दिन सबको शरीर छोड़ना होगा;


© Pinku Dutta (Divyansh)