बादल हूं मैं...!
बादल हूं मैं बादल हूं
आप सबका दोस्त हूं,
हूं मैं सबको पानी देता
बादल हूं मैं बादल हूं
आप सबका दोस्त हूं...!
बिजलीदीदी मुझपर है गुर्हाती
तब जाके मैं रोता हूं, पर तब आप सब खुश होते हैं, मुझे अच्छा लगता है;
बादल हूं मैं बादल हूं, आप सबका दोस्त हूं...!
हूं मैं रोता जब जोर से
आप सब खुश होते है,
नाचने - गाने लगते हो
मुझे अच्छा लगता है;
सब जगह हरियाली
छा जाती है,
तब मेरा मन भी झूम
उठता है;
बादल हूं मैं बादल हूं आप सब का दोस्त हूं...!
- श्रावणी संजय.
आप सबका दोस्त हूं,
हूं मैं सबको पानी देता
बादल हूं मैं बादल हूं
आप सबका दोस्त हूं...!
बिजलीदीदी मुझपर है गुर्हाती
तब जाके मैं रोता हूं, पर तब आप सब खुश होते हैं, मुझे अच्छा लगता है;
बादल हूं मैं बादल हूं, आप सबका दोस्त हूं...!
हूं मैं रोता जब जोर से
आप सब खुश होते है,
नाचने - गाने लगते हो
मुझे अच्छा लगता है;
सब जगह हरियाली
छा जाती है,
तब मेरा मन भी झूम
उठता है;
बादल हूं मैं बादल हूं आप सब का दोस्त हूं...!
- श्रावणी संजय.