...

23 views

तुम बिल्कुल जुलाई की बरसात जैसी हो
पेड़ों से टपकती बूंद, खामोश रात जैसी हो
तुम बिल्कुल, जुलाई की बरसात जैसी हो

कोरे कागज़ पर लिखा दिल खोल कर मैंने
तुम हुबहू उसी खत पे लिखी बात जैसी हो

मन में मचल उठते हैं,कई भाव तुम्हें देख के
गरजते बादल संग यादों की बारात जैसी हो

बाहर हंसी मौसम है, तूफान छुपाया है अंदर
खुबसूरत नकाब पहने जोकर जात जैसी हो

🤡

#rain #mausam #barsaat #WritcoQuote

© Dr. Joker