अस्तित्व
जीवनधारा के बहाव में ...
भाग्य और कर्म के टकराव में,
मेरा अस्तित्व धुंधला होता गया !
विकट राहो के...
भाग्य और कर्म के टकराव में,
मेरा अस्तित्व धुंधला होता गया !
विकट राहो के...