...

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रूही
है मेरी खुशकिस्मती
कि मेरे पास है एक दोस्त सादगी से भरी
भोली सी प्यारी सी
लगती बड़ी न्यारी सी
सांवली सलौनी सी
आँखे जिसकी मनमोहनी सी
नाम है उसका रूही
बातें जिसकी हमेशा मेरे दिल को छूई
हमारा 9th क्लास में पहली बार मिलना
फिर हमारी दोस्ती का खिलना
फिर तेरा अलीगढ़ जाना
दिल को मेरे झटका दे जाना
हमारे बीच दूरियों का होना
पर प्यार का कम ना होना
जब होता था तेरा साथ
अलग ही थी उसकी बात
आंखो से समझना मेरे दिल के जज़्बात
या बिन मांगे देना खुशियों की सौगात
वो हमारा छत पर कुरकुरे खाना
या एक साथ किचिन में भिनडी पकाना
रात भर फोन पर बातें करना
फिर इक दूजे को समझाना
फिर तू जब मेरी शादी में नहीं आई
और हो गई हमारी लड़ाई
पर तूने मुझे मना ही लिया
दिल मेरा जीत लिया
वक्त का तेजी से निकलना
मेरा माँ बनने से लेकर तेरा शादी करना
उस वक्त मेरी आँखों का भरना
और तुझे छोड़कर जाने का दिल ना करना
दूर रहकर भी इक दूजे के पास रहने का एहसास
बनाता है हमारे रिश्ते को खास
अब भी चाहे हम ना कर पाए रोज़ बात
पर हमेशा खड़े हैं एक दूसरे के साथ
लगे ना किसी की नज़र
तेरा मेरा साथ रहें उम्र भर
ऊपरी रिश्ता ये नहीं है
दिल से दिल का रिश्ता है
खुशकिस्मत हूँ जो भगवान ने
ऐसा दोस्त मुझे भेजा है ।

Happy Birthday Ruhi
@deeptisood24