प्रकृति
प्रकृति तू रहम कर ...
किस हक से कहे ये हम...
जब करनी थी रक्षा तो कोई न आया मदद करने को ।।
अब जब बरसा है कहर सब गुहार लगा रहे इनकी ममता को।।
जब सब सकुशल था तब कुचल...
किस हक से कहे ये हम...
जब करनी थी रक्षा तो कोई न आया मदद करने को ।।
अब जब बरसा है कहर सब गुहार लगा रहे इनकी ममता को।।
जब सब सकुशल था तब कुचल...