!! ये सादी है...कोई खेल नहीं...!!
दो दूजे हर पल एक साथ..
एक दूजे की भरपाई है...
जीबन भर एसे साथ निभाए...
दो जिस्म एक परछाई है...
दो दिलों का मेल है यंहा..कोई अनमेल नहीं...
ये शादी है कोई खेल नहीं....!!!
बहत बडा घर नही...
छोटासा, पर घर होना...
एक दूजे की भरपाई है...
जीबन भर एसे साथ निभाए...
दो जिस्म एक परछाई है...
दो दिलों का मेल है यंहा..कोई अनमेल नहीं...
ये शादी है कोई खेल नहीं....!!!
बहत बडा घर नही...
छोटासा, पर घर होना...