सफर
मेरा तो सफर भी तू
और मंज़िल भी तू है
मेरी तो ज़िन्दगी भी तू
और सांसे भी तू है
हूँ इस सफर मे तन्हा
साथ हो कर भी
तू साथ नही है
सामने तू है पर
फिर भी तेरी ही तलाश है
सुबह की धुप के साथ
चलता हूँ तेरी तलाश मे
तन्हा से " चाँदनी " के संग
घर लौट आता हूँ
जहाँ से सफर शुरू करता हूँ
खाली हाथ फिर वहीँ
रहे जाता हूँ।
(चाँदनी ) sangeeta verma
© All Rights Reserved
और मंज़िल भी तू है
मेरी तो ज़िन्दगी भी तू
और सांसे भी तू है
हूँ इस सफर मे तन्हा
साथ हो कर भी
तू साथ नही है
सामने तू है पर
फिर भी तेरी ही तलाश है
सुबह की धुप के साथ
चलता हूँ तेरी तलाश मे
तन्हा से " चाँदनी " के संग
घर लौट आता हूँ
जहाँ से सफर शुरू करता हूँ
खाली हाथ फिर वहीँ
रहे जाता हूँ।
(चाँदनी ) sangeeta verma
© All Rights Reserved