नार उड़ीके ( Rajasthani geet )
हे.... थारी नार उड़ीके ,
हो....थारी नार उड़ीके बालम जी कद घरा ने आवोला 2
****
कहता - कहता बालम जी थानै बरस बित गया चार
काया म्हारी सुखण लागी कर - कर इंतजार
सांची - सांची कहद्यो म्हानै 2, कतरा बरस लगावोला
थारी नार उड़ीके ,
हो....थारी नार उड़ीके बालम जी कद घरा ने...
हो....थारी नार उड़ीके बालम जी कद घरा ने आवोला 2
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कहता - कहता बालम जी थानै बरस बित गया चार
काया म्हारी सुखण लागी कर - कर इंतजार
सांची - सांची कहद्यो म्हानै 2, कतरा बरस लगावोला
थारी नार उड़ीके ,
हो....थारी नार उड़ीके बालम जी कद घरा ने...