yaado ki duniya
कहां तलाशूं उन यादों को
जो कहीं खो गई है
मन की स्मृति भी
ना जाने कहां सो गई है
अकस्मात उठ जाता हूं
सपने से कभी काल
ना जाने क्यूं हुआ है
मेरे दिल का बूरा हाल
ऐसा लगता है कहीं
दफ़न हो गई है मेरी यादें
गुमसुम सी खो गई हैं
वो मुलाकातें
क्यों ना वापस चला जाए
उस लम्हें को दोबारा जिया जाए
मुकम्मल कर लो सभी यादों की गठरी बनाकर
क्या पता किस मोड़ पर मुलाकात हो जाए।
@baibhav
जो कहीं खो गई है
मन की स्मृति भी
ना जाने कहां सो गई है
अकस्मात उठ जाता हूं
सपने से कभी काल
ना जाने क्यूं हुआ है
मेरे दिल का बूरा हाल
ऐसा लगता है कहीं
दफ़न हो गई है मेरी यादें
गुमसुम सी खो गई हैं
वो मुलाकातें
क्यों ना वापस चला जाए
उस लम्हें को दोबारा जिया जाए
मुकम्मल कर लो सभी यादों की गठरी बनाकर
क्या पता किस मोड़ पर मुलाकात हो जाए।
@baibhav